टीवी स्क्रीन पर प्रस्तोता
कहता है मुस्करा कर
खबरों का सिलसिला जारी है
लेकिन एक छोट से ब्रेक के बाद
ब्रेक छोटा नहीं होता
इसके दबाव में छोटी हो जाती हैं खबरें
विज्ञापन के दावों की तरह
प्रस्तोता भी झूठा निकला
कहता है मुस्करा कर
खबरों का सिलसिला जारी है
लेकिन एक छोट से ब्रेक के बाद
ब्रेक छोटा नहीं होता
इसके दबाव में छोटी हो जाती हैं खबरें
विज्ञापन के दावों की तरह
प्रस्तोता भी झूठा निकला
Comments
Regards
aaj to patarkarita hi bemani lagti hai.
dabaw wahan bhi hain. dabaw yahan bhi hai